Sunday, 8 March 2015

वरदान होती हैं बेटियाँ .....

आज सुबह उठते ही जब हाथों में अख़बार आया तो मुख्य पृष्ठ के एक खबर पर जाकर नज़र ठहर सी गयीं. खबर हरियाणा के एक गाँव की थी कि घटते लिंगानुपात के कारण किस तरह लड़कों की शादी के लिए लड़कियों का मिलना मुश्किल होता जा रहा है. इस कारण से लड़के की शादी के लिए एक अदद लड़की की तलाश में किस तरह से नाबालिग बच्चियों को वस्तु की तरह विनिमय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. अगर बेटी को बोझ न समझ कर उसे कोख ही में या पैदा होते ही मार देने की बजाय उसे इस दुनिया में आने दिया होता तो आज ये समस्या पैदा ही नहीं होती. काश! कि ये लोग समझ पाते कि बेटियाँ अभिशाप नहीं बल्कि वरदान होती हैं. वो कभी आपको दुःख नहीं देती बल्कि आपके लिए सारे जहाँ की खुशियाँ समेट कर लाती हैं
यह खबर पढ़ कर बेटियों के बारे में चंद पंक्तियाँ याद आ गयीं. जो कि आपकी नज़र पेश है.......

ओस की बूँद सी होती हैं बेटियाँ………
स्पर्श खुरदुरा हो तो रोती हैं बेटियाँ………
रौशन करेगा बेटा तो एक ही कुल को
दो- दो कुलों की लाजों को ढोती हैं बेटियाँ……..
कोई नहीं ऐ दोस्तों एक दूसरे से कम
हीरा अगर हैं बेटा तो सच्चा मोती हैं बेटियाँ……..
काँटों की राह पे ये खुद ही चलती रहेगी
औरों के लिए फूल ही बोती हैं बेटियाँ………
विधि का विधान है, यही दुनिया की रस्म है
मुट्ठी भर नीर सी होती है बेटियाँ.........
अंग्रेजी में भी एक कहावत है कि..........
Son Is A Son Till He Gets Himself A Wife
But A Daughter Is A Daughter All Her Life ..

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